कोरोना वायरस पर निबंध/ Essay on COVID-19 in Hindi/ Corona Virus par Nibandh
परिचय
कोरोना वायरस या कोविड-19 नामक बीमारी ने अब एक महामारी का
रूप ले लिया है। इसकी पहचान सर्वप्रथम चीन के हूबेई प्रांत के वूहान में की गई थी।
चूँकि इस बीमारी को पहली बार वुहान (चीन) में पाया गया था। इसलिये इसे कभी-कभी
"वुहान वायरस" या "वुहान कोरोनावायरस" कहा जाता है। मगर विश्व स्वास्थ्य
संगठन (डबल्यूएचओ) वायरस का नामकरण जगहों के नामों के आधार पर प्रयोग
करने पर मना करता है। चीनी वैज्ञानिकों ने बाद में कोरोना वायरस की एक नई नस्ल की पहचान की जिसे 2019-nCoV प्रारंभिक नाम दिया गया। इसका
नामकरण COVID-19 रखने का कारण यह है -
- Co (कोरोना) Vi (वायरस) D (दिसम्बर) 19 (2019)
क्या है कोरोना के प्रमुख
लक्षण
यह बहुत ही खतरनाक बीमारी
है। जिसकी दवा अब तक नहीं खोजी गयी है। परंतु सुझाये गए बचाव के तरीकों का पालन
करने से इससे बचा जा सकता है। एक कोरोना प्रभावित व्यक्ति में तुरंत असर नहीं
दिखता । कोरोना से संक्रमित होने के 4 से 14 दिनों में इसके प्रभाव नजर आते हैं।, इसलिये यदि आप
कही संक्रमित क्षेत्र से आये हों या आपको जरा भी संदेह हो तो खुद को सब से अलग कर
लें और जब तक खून की जांच का रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक खुद को सुरक्षित रखें।
इसके लक्षण इस प्रकार हैं:
- सुखी ख़ासी आना
- बुखार का रहना
- सर्दी होना
- शरीर में अकड़न और दर्द
- पूरा दिन थकान महसूस करना
- सांस लेने में तकलीफ।
- गले में खराश।
कैसे बचें कोरोना से:-
कोरोना से बचने का सबसे
अच्छा उपाय है कि स्वयं की देखभाल करें। आप जितना ज्यादा खुद को सुरक्षित करेंगे, उतना ही कम कोरोना होने की संभावना रहेगी। यह पाया गया है कि जिस व्यक्ति
कि रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है, वो कोरोना को आसानी
से हरा सकता है। इस लिये अपने खान-पान पर विशेष ध्यान दें। इसके अलावा भी कुछ बचाव
हैं, जिनका पालन हमे करना चाहिए। चूँकि यह एक नया वायरस है। मानव
शरीर इससे लड़ने में दक्ष नही है। लगभग 20% संक्रमित लोगों को अस्पताल में भर्ती
किये जाने की जरुरत पड़ती है। इस नए वायरस में कम से कम 70 प्रतिशत वही जीनोम
अनुक्रम पाए गए जो सार्स-कोरोना वायरस में पाए जाते हैं। संक्रमण का पता लगाने के लिए एक पीसीआर परीक्षण किट द्वारा जांच की जाती है ।
इसका प्रसार मुख्य रूप से लगभग 6 फीट (1.8 मीटर)
की सीमा के भीतर खांसी और छींक से बूंदों के माध्यम से होता है। दूषित सतहों के
माध्यम से अप्रत्यक्ष संपर्क, संक्रमण का एक और संभावित
कारण है।
- हमेशा कोई भी बाहरी वस्तु छूने के बाद हाथ अवश्य धोएं या सैनिटाइजर का उपयोग करें।
- साबुन से हाथ को कम से कम 20 सेकंड तक अवश्य धोएं।
- लोगों से 5 से 6 फिट की दूरी बनायें।
- मास्क का उपोग करें।
- जरुरी नहीं होने पर घर से बहार न निकले।
- बाहर से लाये गए सामान को पहले अच्छे से धो लें तब उपयोग करें।
- संदिग्ध स्थिति में खुद को दूसरों से अलग कर लें।
- इस दौरान कहीं यात्रा करने से बचें।
कोरोना की भयावह स्थिति
कोरोना से अब तक पूरे
विश्व में करोड़ों लोग प्रभावित हो चुके हैं और लाखों जानें भी जा चुकी हैं। दुनिया
के कुछ प्रभावशाली देश जैसे की इटली, अमेरिका, स्पेन, चीन इसकी चपेट में बुरी तरह आ चुके हैं और वहां
रोजाना हजारों जानें जा रही हैं। कोरोना ने पूरे विश्व की अर्थव्यस्था को हिला
दिया है और भारत, फ्रांस, जर्मनी,
स्पेन, इरान, आदि जैसे
देश भी इसके चपेट में आ चुके हैं। पूरे विश्व में इस विनाशकारी महामारी ने तबाही
मचा रखी है। अफ़सोस की बात तो यह है कि इतनी वैज्ञानिक उन्नति के बावजूद, अभी तक इसकी कोई दवा नहीं बन पायी है। हालाँकि, टीके
और दवा की खोज वैश्विक पैमाने पर की जा रही है।
निष्कर्ष
भारत में समय पर लिए गए
लॉकडाउन के निर्णय के कारण स्थिति ज्यादा गंभीर नहीं है। फिर भी हमें सतर्क रहने
की जरूरत है । हमारे देश के डॉक्टर और नर्स इससे अपनी जान को जोखिम में डालकर लड़ रहे
है । हमे उनका सम्मान करना चाहिए । सरकार द्वारा बताए गए दिशा-निर्देशों का सख्ती
से पालन करें। आज तक कई महामारी आ चुकी हैं और जब हम सबको हरा सकते हैं तो इस
कोरोना बिमारी को भी हरा देंगे । अपनी रक्षा करें, यही काफी
है।
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