Hindi ke Ek se sou tak sankhyavachak shabdon ka maanak roop/हिंदी के एक से सौ तक संख्यावाचक शब्दों का मानक रूप 

एक से सौ तक संख्यावाचक शब्दों का मानक रूप

 

हिंदी प्रदेशो में संख्यावाचक शब्दों के उच्चारण और लेखन में एकरूपता का अभाव दिखाई देता है। शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रकाशित ए बेसिक ग्रामर ऑफ मॉडर्न हिंदी में भी इस एकरूपता का अभाव था। अतः निदेशालय में 5-6 फरवरी,1980 को आयोजित भाषा विज्ञानियों की बैठक में इस पर गम्भीरतापूर्वक विचार करने के बाद इनका जो मानक रूप स्वीकार हुआ, वह इस प्रकार है-

एक से सौ तक संख्यावाचक शब्दों का मानक रूप


एक, दो, तीन, चार, पाँच।
छह, सात, आठ, नौ, दस।।

ग्‍यारह, बारह, तेरह, चौदह, पन्द्रह।
सोलह, सत्रह, अठारह, उन्नीस, बीस।।

इक्कीस, बाईस, तेईस, चौबीस, पच्चीस।
छब्बीस, सताईस, अट्ठाईस ,उनतीस, तीस।।

इकतीस, बत्तीस, तैंंतीस, चौंंतीस, पैंंतीस।
छत्तीस, सैंंतीस, अड़तीस, उनतालीस, चालीस।।

इकतालीस, बयालीस, तैतालिस, चवालीस, पैंंतालीस।
छियालीस, सैंंतालिस, अड़तालीस, उनचास, पचास।।

इक्यावन, बावन, तिरपन, चौवन , पचपन।
छप्पन, सत्तावन, अठावन, उनसठ, साठ।।

इकसठ, बासठ, तिरसठ, चौंंसठ, पैंंसठ।
छियासठ, सड़सठ, अड़सठ, उनहत्तर, सत्तर।।

इकहत्तर, बहत्तर, तिहत्तर, चौहत्तर, पचहत्तर।
छिहत्तर, सतहत्तर, अठहत्तर, उनासी, अस्सी।।

इक्यासी, बयासी, तिरासी, चौरासी, पचासी।
छियासी, सतासी, अठासी, नवासी, नब्बे।।

इक्‍यानवे, बानवे, तिरानवे, चौरानवे, पचानवे।
छियानवे, सतानवे, अठानवे, निन्यानवे, सौ।

आशा है कि यह पोस्ट आपके ज्ञान में वृद्धि करेगी तथा अध्यापन व शिक्षण में काम आएगी ।