Russia's Wagner Group, वैगनर ग्रुप कौन है?
Russia's Wagner Group, वैगनर ग्रुप कौन है?

Russia's Wagner Group: वैगनर ग्रुप कौन है?

Russia's Wagner Group against Russian Army: रूसी सेना और रूस की निजी सैन्य कंपनी वैगनर के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। इस समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने अब रूस से बदला लेने की बात कही है।

साल 2022 में 28 फरवरी के दिन ब्रिटेन के एक अख़बार टाइम्स ने एक रिपोर्ट छापी थी। इस रिपोर्ट में जो दावा किया वह काफी सनसनीखेज था। रिपोर्ट में कहा गया था कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की हत्या करने के लिए रूस ने 400 से अधिक विशेष लड़ाके भेजे हैं। ये लड़ाके वैगनर मिलिट्री ग्रुप के बताए गए थे। वैगनर ग्रुप पिछले कई सालों से अपने सैन्य और खुफिया ऑपरेशन्स को लेकर चर्चा में रहा है। एक बार फिर यह ग्रुप सुर्खियों में है, लेकिन इस बार उसने जंग छेड़ी है अपनों के ही खिलाफ।

रूस और यूक्रेन जंग के बीच अब एक नया मोड़ गया है। यूक्रेन पर भारी पड़ने का दावा करते रहे रूस को अब उसके अपने घर में ही चुनौती मिलने लगी है। यह चुनौती किसी और ने नहीं बल्कि उसकी निजी मिलिशिया वैगनर ग्रुप ने खड़ी की है। वैगनर ग्रुप और रूस की सेना के बीच तनाव चरम पर है। अब मामला यहां तक पहुंचा है कि वैगनर ग्रुप ने रूसी सेना के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने रूसी सेना से बदला लेने की बात कही है।

इस निजी सैन्य कंपनी का रूसी सेना के शीर्ष अधिकारियों से गतिरोध लंबे समय से चला रहा है। अब वैगनर ग्रुप का कहना है कि यूक्रेन में उसके ट्रेनिंग कैंप पर मिसाइल हमले के लिए क्रेमलिन जिम्मेदार है। प्रिगोझिन ने रूसी सेना के खिलाफ जंग का ऐलान करते हुए एक लंबा चौड़ा मैसेज लिखा है। इस मैसेज में लिखा गया है कि पीएमसी वैगनर कमांडर्स काउंसिल ने यह फैसला किया है कि रूसी आर्मी के दमन चक्र को रोका जाना चाहिए। ये लोग सैनिकों की जान को नजरअंदाज कर रहे हैं। वे 'न्याय' शब्द को ही भूल चुके हैं। हम ऐसा होने नहीं देंगे, अब न्याय होगा। जिन लोगों ने हमारे लोगों को और रुसी सैनिकों की जिंदगी तबाह की है, उन्हें दंडित किया जाएगा।

प्रिगोझिन ने आगे कहा कि हमारे इस एक्शन का कोई विरोध करे। जो इस रास्ते में आएगा हम उसे खतरा मानेंगे और उसे तबाह कर देंगे। चाहे वो चेक पोस्ट हो या फिर कोई भी हवा में उड़ रही कोई भी चीज़। मैं सभी से शांत रहने, उकसावे में आने और अपने घरों में रहने के लिए कह रहा हूं। जो लोग हमारे साथ हैं घरों से बाहर निकलें। हमने जो शुरू किया था उसे पूरा करने के बाद, हम अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए वापस लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि पहले सेना में न्याय बहाल करने के बाद पूरे रूस को न्याय मिलेगा। प्रिगोझिन ने जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव पर उनकी इकाइयों के खिलाफ हमले का आदेश देने का आरोप लगाया है। वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की धमकी के बाद रूस के रक्षा मुख्यालय की सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है।

Live Updates: रूस में फिलहाल क्या चल रहा है?

वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोजिन ने रूसी सेना के एक हेलिकॉप्टर को गिराने की बात भी कही है। इसके बाद मॉस्को हाई अलर्ट पर है।

-रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कुछ देर में राष्ट्र को संबोधित करेंगे।

-रूस के रक्षा मंत्रालय ने वैगनर पीएमसी सदस्यों से अपील की है कि:

सदस्यों को प्रिगोजिन के आपराधिक साहसिक कार्य और सशस्त्र विद्रोह में भाग लेने के लिए बरगलाया गया।

कई दस्तों के बहुत सारे साथियों ने अपनी गलती का एहसास किया और मदद की अपील की।

आवेदन करने वाले सभी सेनानियों और कमांडरों को रक्षा मंत्रालय की ओर से ऐसी सहायता पहले ही प्रदान की जा चुकी है।

- मास्को में सभी सामूहिक सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द किए गए। शहर के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने कहा कि शहर की सेवाएं पूरी तरह से काम कर रही हैं और मास्को के आसपास आवाजाही बाधित नहीं है।

वैगनर ग्रुप क्या है?

वैगनर एक प्राइवेट मिलिट्री ग्रुप है। इसे ऑपरेट करने वाले लोगों में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे करीबी सहयोगियों का हाथ बताया जाता है। यह ग्रुप रूसी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करता है। स्थिति विकट हो तो पुतिन के आदेश के तहत हर मोर्चे पर लड़ने को तैयार रहता है। कहा तो यह भी जाता है कि दुनिया भर में रूसी सरकार के अभियानों में गुप्त रूप से लड़ाई लड़ने वालों में वैगनर ग्रुप सबसे आगे है। साल 2017 में ब्लूमबर्ग ने एक रिपोर्ट छापी थी जिसमें कहा गया था कि इस ग्रुप में करीब 6,000 लड़ाके हैं। इनकी मौजूदगी यूरोप से लेकर लीबिया, सीरिया, मोजाम्बिक, माली, सूडान और मध्य अफ्रीकी गणराज्य तक मानी जाती है। 

कहा यह भी जाता है कि अक्टूबर 2015 से लेकर 2018 तक वैगनर ग्रुप ने सीरिया में रूसी सेना और बशर-अल-असद की सरकार के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी थी।वेगनर ग्रुप अपनी बर्बरता के लिए जाना जाता है जिसमें पूर्व सैनिकों को शामिल किया जाता है। बूचा नरसंहार के चलते ही रूस को संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार संगठन से बाहर कर दिया गया है। रूस आर्मी के पूर्व अफसर दिमित्री उतकिन (Dmitry Utkin) ने वेगनर ग्रुप की शुरुआत की थी। दिमित्री रूस की खूफिया विंग GRU का हिस्सा रहा है। जब साल 2014 में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा किया था, उस वक्त पहली बार वेगनर ग्रुप का नाम सामने आया था। वेगनर ग्रुप (Wegner Group) एक रूस की एक प्राइवेट मिलिट्री कंपनी (private military company) है, जिसे रूस ने पूर्वी यूक्रेन में तैनात किया हुआ है।

किसने रखी थी इसकी नींव?

वैगनर ग्रुप की नींव रखी थी दिमित्री उत्कीन ने। उन्होंने 1993 से 2013 तक रुसी सेना में नौकरी की। वह यहां लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के अधिकारी थे। उन्होंने 2014 में वैगनर ग्रुप की शुरुआत की और तब से वह इसके साथ जुड़े हैं। फिलहाल वैगनर ग्रुप का नेतृत्व येवगेनी प्रिगोझिन करते हैं। एक जाने-माने रूसी फाइनेंसर हैं और उन्हें 'पुतिन के शेफ' के रूप में भी जाना जाता है। उनका रेस्त्रां और होटेल का कारोबार है। पुतिन अक्सर खाने के लिए उनके एक रेस्त्रां में जाया करते थे। यहीं से पुतिन और प्रिगोझिन के बीच दोस्ती बढ़ गई और दोनों एक दूसरे के सहयोगी बन गए। उन्हें रूसी सरकार से करोड़ों रुपए के कॉन्ट्रैक्ट मिलने लगे। प्रिगोझिन पहले तो इस ग्रुप से अपने संबंधों को नकारते थे लेकिन साल 2022 में उन्होंने माना कि वे इस ग्रुप से जुड़े हुए हैं। कहा जाता है कि प्रिगोझिन ही वैगनर ग्रुप को फंडिंग भी करते हैं।

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