पद (Pad Parichay) – Phrases – पद क्या होता है?

पद (Pad Parichay) – Phrases – पद क्या होता है?

पद-परिचय’- को कई नामों से जाना जाता हैवाक्य-विवरण, पद-निर्देश, पद-निर्णय, पद-विन्यास, शब्दबोध, पदान्वय, पद-विश्लेषण, पदच्छेद आदि। वाक्य में प्रयुक्त पदों को बिलगाने, लिंग-वचन आदि को बिखराने और दूसरे पदों से उनके संबंध बताने को ही पद-परिचय कहते हैं।वाक्य में किसी पद का क्या स्थान है? वह संज्ञा, सर्वनाम, विस्मयादिबोधक आदि में से क्या है तथा उसका भी आगे कौन-सा उपभेद है, यह जानना अत्यावश्यक है, तभी उसके बारे में पूर्ण विवरण दिया जा सकता है।

1. संज्ञापद का परिचय

किसी संज्ञापद का परिचय देने के लिए निम्न बातें लिखी जानी चाहिए :

1. संज्ञापद किस भेद में है

2. उसका लिंग-वचन-कारक-पुरुष

3. वाक्य में अन्य पदों से उसका संबंध

4. वाक्य के अंगों में वह क्या काम कर रहा है

नीचे लिखे उदाहरणों को ध्यानपूर्वक देखें

1. आशु रामानुज की पुत्री है।

आशुः व्यक्तिवाचक संज्ञा है।

स्त्रीलिंग, एकवचन और अन्यपुरुष है।

हैक्रिया का कर्ता है।

वाक्य का उद्देश्य है।

2. कहते हैंबुढ़ापा बचपन का ही पुनरागमन है।

बुढ़ापा : भाववाचक संज्ञा है।

पुंल्लिग, एकवचन और अन्यपुरुष है।

है क्रिया का कर्ता है।

वाक्य का उद्देश्य है।

3. रानीगंज में कोयला पाया जाता है।

कोयला : द्रव्यवाचक संज्ञा है।

पुँल्लिग, एकवचन और अन्यपुरुष है।

जाता हैक्रिया का कर्ता है।

वाक्य का उद्देश्य है।

2. सर्वनाम पद का परिचय

सर्वनाम पद का परिचय देने में निम्न बातों पर ध्यान देना चाहिए :

1. सर्वनामपद किस भेद में है

2. वचन, लिंग, कारक और पुरुष क्या है?

3. वाक्य के दूसरे पदों से उसका संबंध

4. किस संज्ञा के लिए प्रयुक्त हुआ है

5. वाक्य के अंगों में वह क्या है

निम्नलिखित उदाहरणों को देखें :

1. वह रोज सुबह में टहलता है।

वह : पुरुषवाचक सर्वनाम है।

पुंल्लिग, एकवचन और अन्यपुरुष में है।

टहलता हैक्रिया का कर्ता है।

वाक्य का उद्देश्य है।

2. मैं आप चला जाता हूँ, गार्ड बुलाने की क्या जरूरत है।

आप : निजवाचक सर्वनाम जो मैंके लिए आया है।

पुँल्लिग, एकवचन, उत्तमपुरुष है।

वाक्य में विधेय का विस्तार है।

3. विशेषणपद का परिचय

इस पद का परिचय इस प्रकार दिया जाता है :

1. पद विशेषण के किस भेद का है

2. किस विशेष्यण का विशेषण है?

3. पद का लिंग-वचन-पुरुष (विशेष्य के अनुसार)

4. यदि प्रविशेषण है तो इसका उल्लेख

5. वाक्य के अंगों में क्या है

निम्नलिखित उदाहरणों पर गौर करें :

1. प्रत्येक मनुष्य परिश्रमी है। (राजस्थान बोर्ड-2008)

प्रत्येकः प्रत्येक बोधक संख्यावाचक विशेषण जिसका विशेष्य मनुष्य है।

पुँ, एकवचन और अन्यपुरुष है।

वाक्य में उद्देश्य का विस्तार है।

परिश्रमी : गुणवाचक विशेषण, जिसका विशेष्य मनुष्य है।

पुँ, एकवचन, अन्यपुरुष है।

वाक्य में विधेय का विस्तार है।

2. मेरे लिए चार लीटर दूध काफी होगा। चार लीटर : परिमाणवाचक विशेषण, जिसका विशेष्य दूध है।

पुँ, एकवचन और अन्यपुरुष है।

वाक्य में उद्देश्य का विस्तार है।

4. क्रियापद का परिचय

क्रियापद का परिचय देने के लिए निम्न बातों का जिक्र होना चाहिए।

1. क्रिया का भेद (अकर्मक-सकर्मक आदि)

2. क्रिया किस काल और वाच्य में है।

3. क्रिया का लिंग-वचन-पुरुष

4. कर्ता, कर्म आदि से संबंध

5. वाक्य का अंग

निम्नलिखित उदाहरणों को देखें :

1. हनी कविता पढ़ रही है।

पढ़ रही है :सकर्मक क्रिया है, जिसका कर्ता हनीहै।

स्त्रीलिंग, एकवचन और अन्यपुरुष है।

यह तात्कालिक वर्तमान काल की है।

इसका कर्तरि प्रयोग यानी कर्तृवाच्य में प्रयोग है। इसका कर्म कविता है।

यह वाक्य का विधेय है।

2. वह पढ़कर खेलता है।

पढ़कर : यह पूर्वकालिक क्रिया है।

इसका कर्ता वहहै।

यह भूतकाल में है और खेलनाका पूरक है।

यह पुँ०, एकवचन और अन्यपुरुष में है।

यह वाक्य में विधेय का विस्तार है।

5. क्रियाविशेषणपद का परिचय

चूँकि क्रियाविशेषण, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक और विस्मयादिबोधक अव्यय (अविकारी) होते हैं, इसलिए इनके कोई लिंग-वचन-पुरुष नहीं हो सकते। क्रियाविशेषण के परिचय में निम्न बातें ही लिखी जाएँगी :

1. क्रियाविशेषण का कौन-सा भेद है

2. किस क्रिया से जुड़ा है

3. वाक्य के अंगों में क्या है

निम्नलिखित उदाहरणों को ध्यानपूर्वक देखें :

1. कछुआ धीरे-धीरे चलता है।

धीरे-धीरे : रीतिवाचक क्रियाविशेषण, जिसकी क्रिया चलता हैहै।

वाक्य में विधेय का विस्तार है।

2. हाथी बहुत खाता है।

बहुत : यह परिमाणवाचक क्रियाविशेषण है, जिसकी क्रिया खाता हैहै।

यह वाक्य में विधेय का विस्तार है।

6. संबंधबोधक अव्ययपद का परिचय

इस पद के परिचय में निम्नलिखित बातें होंगी :

1. कौन-सा भेद

2. किससे संबंध

3. वाक्य के अंगों में क्या है

निम्नलिखित उदाहरण को देखें :

संसद की बैठक के पश्चात् प्रीतिभोज होगा।

के पश्चात् : कालवाचक संबंधबोधक अव्यय है।

यह बैठकऔर प्रीतिभोजका संबंध बताता है।

यह वाक्य में विधेय का विस्तार है।

7. समुच्चयबोधक अव्यय का पद-परिचय

इस पद के परिचय में निम्नलिखित बातें लिखी जाती है :

1. किस भेद के अंतर्गत है

2. किन पदों, वाक्यों को जोड़ रहा है।

3. वाक्य के अंगों में क्या है

1. अनुभा और अंशु दोनों थियेटर जा रही हैं। और : यह योजक है।

यह दो कर्ताओं अनुभाऔर अंशुको जोड़ता है।

यह वाक्य में उद्देश्य का विस्तार है।

2. सूर्य उगा और अँधेरा भागा।

और : यह योजक है।

यह दो सरल वाक्यों को जोड़ रहा है।

8. विस्मयादिबोधकपद का परिचय

विस्मयादिबोधक पद का परिचय देने के लिए निम्नलिखित बातें लिखें:

1. यह किस भाव (आश्चर्य, भय, शोक, क्रोध, घृणा, हर्ष, निराशा आदि) को प्रकट करता है?

2. वाक्य के अंगों में क्या है जैसे-

हाय ! उसका इकलौता पुत्र भी चल बसा।

हाय : यह शोकबोधक है।

वाक्य में उद्देश्य का विस्तार है।

नोट : पद-परिचय में यह ध्यान रखने योग्य बात है कि कभी-कभी व्याकरणिक रूप से शब्द कुछ और होता है और वाक्य में किसी और रूप में प्रयुक्त होता है। नीचे लिखे उदाहरणों को देखें

1. वह गाय पालता है। (सर्वनाम)

2. वह गाय बहुत दूध देती है। (विशेषण)

3. यदि वे दौड़ते तो मैं भी दौड़ता। (क्रिया)

4. दौड़ते को मत रोको। (संज्ञा)

5. दौड़ते लड़के को बुला लो। (विशेषण)

6. वहाँ बहुत लड़के हैं। (विशेषण)

7. उसने बहुत बड़ा काम किया है। (प्रविशेषण)

8. वह बहुतों को जानता है। (संज्ञा)

9. लड़का बहुत दौड़ा है। (क्रियाविशेषण)

10. प्रवर अच्छा लड़का है। (विशेषण)

11. प्रवर अच्छा गाता है। (क्रियाविशेषण)

12. अच्छा ! प्रवर भी आया है। (विस्मयादिबोधक)

अभ्यास 1. निर्देशानुसार बताइए :

निर्देश : लाल शब्दों वाले संज्ञाओं के प्रकार लिखिए:

1. जटिल प्राणियों के लिए सालिम अली हमेशा एक पहेली बने रहे।

2. एक सूक्ष्म बदलाव आया है नई स्थिति में।

3. सौन्दर्य प्रसाधनों की भीड़ तो चमत्कृत कर देनेवाली है।

4. छोड़िए इस सामग्री को वस्तु और परिधान की दुनिया में आइए।

5. यह विशिष्टजन का समाज है।

6. अब हमें सबसे विकट डाँङ् थोड़ला पार करना था।

7. ऊँचाई होने के कारण मीलों तक कोई गाँव नहीं होते।

8. डकैत पहले आदमी को मार देते हैं।

9. चढ़ाई तो कुछ मुश्किल थी लेकिन उतराई बिल्कुल नहीं।

10. आसपास के गाँव में सुमति के कितने ही यजमान थे।

11. तिब्बत की जमीन छोटे-बड़े जागीरदारों में बँटी है।

12. पहले चाय-सत्तू खाया गया।

13. दक्षिण के मंदिरों में कमाल की कारीगरी की गई है।

14. सालिम अली की किसी से भी शत्रुता नहीं थी।

15. लड़कपन में हम क्या-क्या किया करते थे। निर्देश : लाल शब्दों वाले पदों के कारक बताइए :

16. बालिका स्कूल से आई है।

17. पेड़ पर चिड़ियाँ बैठी हैं।

18. परीक्षा मार्च में होगी।

19. हुसैन ने तुलिका से चित्र बनाया।

20. जहाज नदी में डूब गया।

21. नवाब साहब ने चाकू से खीरे काटे।

22. उसने खीरे के चार-चार फाँक किए।

23. पुजारी ने भक्तों को प्रसाद दिया।

24. अरे मूर्ख ! क्या कर रहे हो

25. मैंने दो टोकरी कंडे फूंक डाले।

26. बालक ने भिखारी को भोजन कराया।

27. कभी कभी संवेदनशील व्यक्तियों से देश की दुर्दशा देखी नहीं जाती।

28. मैनेजर ने कर्मचारियों को बोनस दिया।

29. हमने आत्मीय जनों के लिए उपहार खरीदे।

30. हमने कहा, “लड़के! तेरा नाम क्या है

31. वह अचानक हाथी से उतर गया।

32. स्वामी रामदेव जापान यात्रा पर गए हैं।

33. देश के निर्माण के लिए तुम भी अपना योगदान दो।

34. बालिका ने अपना परिचय देते हुए कहा, “मैं आपकी लाडली मैरी की सहेली मैना हूँ।

35. माटीवाली की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी।

36. काका कालेलकर ने जंगलों की खाक छानी है।

37. विज्ञापन की भाषा में यही राइट च्वाइस है बेबी !

38. राघवेन्द्र के बेटी हुई है।

39. यहाँ से बाहर निकलो।

40. मैं आँखों देखा कह रहा हूँ।

41. हमने तो उसे खुश होते कभी नहीं देखा है।

42. मैं यह कपड़ा आप सी लूँगा।

43. अपना यों बेचा जाना उन्हें अच्छा लगा या बुरा कौन जाने?

44. दोनों जब नाँद में लगाए गए तो एक ने भी उसमें मुँह न डाला।

45. जो मेहनत करेगा, वह मीठे फल का स्वाद चखेगा।

46. ये बैल हैं।

47. ये कहाँ जा रहे हैं?

48. वह जरा भी धीमी चाल हो जाने पर डंडा जमा देता था।

49. आप खुद जाकर चोङी में चाय मथकर ला सकते हैं।

50. उस वक्त किसी ने हमें ठहरने की जगह नहीं दी।

51. जो चाहे चुन लीजिए।

52. ये ट्रेंडी हैं और महँगे भी।

53. उनमें सम्मोहन की शक्ति है और वशीकरण की भी।

54. पिताजी ! आपकी जेब में कुछ है।

55. कोई रोक-टोक सके, कहाँ संभव है।

56. आपने क्या खाया है

57. देखो तो कौन आया है

58. इस चिलचिलाती धूप में निकलना मुश्किल है।

59. चारों लड़के बीमार नहीं हैं तो और क्या हैं

60. इस मुहल्ले का बजबजाता नाला नगर निगम की पोल खोल रहा है।

61. हिमालय की प्राकृतिक सुषमा मन को मोह लेती है।

62. अरे भाई! यह आम तो खट्टा चुक चुक है।

63. जैसी करनी, वैसी भरनी।

64. प्रत्येक तीन घंटों पर यहाँ से एक गाड़ी खुलती है।

65. सवा रुपये की लाई बाज़ार में छितराई।

66. दसवीं कक्षा का लड़का बड़ा होनहार होता है।

67. सालों बाद उसका पति घर लौटा है।

68. वह आदमी कम मेहनती नहीं है।

69. जैसा काम, वैसा ही दाम।

70. जितनी आमद है, उतना ही खर्च करो, यार।

71. साहस जिंदगी का महत्त्वपूर्ण गुण है।

72. बिहारी लड़के भी कम प्रतिभावान् नहीं होते।

73. दीपू घटिया विचार रखता है।

74. बीमार लड़का रो रहा है।

75. महाभारत अठारह दिन तक चला।

76. क्या तुम्हें रास्ते में चलते लोग दिखाई नहीं देते?

77. पहर दो पहर क्या अनेकों पहर तक।

78. उसका सिर खुजलाता है।

79. बूँद-बूँद से घड़ा भरता है।

80. नवाब साहब ने जेब से चाकू निकाला।

81. बिस्मिल्ला खाँ को याद करना शांत संगीत सुनने-सा है।

82. एड़ी घिसती है।

83. वह सवेरे उठ जाता है।

84. वे लौटें तो लौट जाएँ पर मैं नहीं।

85. मैंने भोजन बनवा लिया है।

86. दौड़-दौड़कर थक जाओगे तुम।

87. वह बच्चा भी अब पढ़ने-लिखने लगा है।

88. किसके जीवन में कष्ट नहीं आता?

89. वह चाँदी की कटोरी के लिए आँसू बहा रही है।

90. वही सपना सच होता है, जो अ पको सोने नहीं देता।

91. सुरेश अचानक वहाँ से भाग निकला।

92. वह बहुत धीरे खा रहा है।

93. ऐं ! इतना बड़ा झूठ।

94. वह बोलता तो है; किन्तु साफ साफ नहीं।

95. या तो वह जाएगा अथवा मैं।

96. यद्यपि मैं वहाँ नहीं था तथापि सब कुछ बता सकता हूँ।

97. मारे भूख के मैं तो मरा ही जा रहा हूँ।

98. वह बेचारा आजीवन काम करता ही रहा।

99. वह कुशलपूर्वक है।

100. इधर-उधर मत झाँका करो।

101. शाबाश ! यही उम्मीद थी तुमसे।

102. उसने श्रद्धापूर्वक मेरा सत्कार किया।

103. इतना खा रहे हो, पचा भी पाओगे क्या?

अभ्यास 2.

निर्देशानुसार उत्तर लिखिए: (केवल शब्द-भेद, लिंग और वचन)।

1. खड़ा हिमालय बता रहा है, डरो न आँधी पानी में।

2. उन्हें कुछ दे देना चाहिए।

3. किसने ऐसा कहा है

4. इतनी उँचाई पर पहुँचकर भी कितनी घटिया सोच है !

5. अहा ! क्या सौन्दर्य है।

6. यह पावस की साँझ रंगीली।

7. इन्द्रधनुष की आभा सुन्दर, साथ खड़े हो इसी जगह पर।

8. मत देख नजर लग जाएगी।

9. हो रहा है साथ में तेरे बड़ा भारी प्रवंचन।

10. आँसू भी न बहायेंगे हम, जग से क्या ले जायेंगे हम?

11. सन्नाटा वसुधा पर छाया, नभ में हमने कान लगाया।

12. ऊपर देव तले मानवगण।

13. क्यों जुगनूँ जल जल करता है, तरु के नीड़ों की रखवाली

14. सोच, बादल के हृदय ने क्या क्या न आघात सहे हैं।

15. जब रात रोती है, भीग जाती है जमी।।

16. एक उर में आह उठती है, कहीं सृष्टि कराह उठती है।

17. हुई बहुत दिन आँखमिचौनी, बात नहीं थी यह अनहोनी।

18. रो रही बुलबुल विकल हो, इस निशा में अपना धन खो।

19. लिखें कथायें राज-राज़ की, या परिवर्तित अपने समाज की।

20. अतुल प्यार का अतुल घृणा में, मैंने परिवर्तन देखा है। निर्देशः लाल शब्द में अंकित पदों का पद-भेद और कारक बताइए:

21. ऊपर सत्ताधारी सुखिया, नीचे में सरपंच मुखिया।

22. आप आए, बहार आई।

23. चुभते काँटों को फूलों का हार बनादो तो जानूँ।

24. कौन कहता है कि मानव केवल परिस्थिति का दास होता है

25. चम-चम, चम-चम चपला चमकी। 26. वह पति से परेशान हो उठी।

27. शीला ने नौकरानी को बुलाया। 28. महाभारत अठारह दिन तक चला।

29. कृष्ण के द्वारा रूक्मणी का और अर्जुन द्वारा सुभद्रा का हरण किया गया।

30. हे ईश्वर ! इस संकट से बचालो देश को।

31. परस्पर विश्वास करना ही मित्रता का आधार है।

32. अभी तो आपका पत्र मिला है।

33. वहाँ बहुत-सारे लड़के थे। 34. निरन्तर मेहनत करने से ही आदमी आगे बढ़ता है।

35. लाखों ही मुसाफिर चलते हैं, मंजिल पे पहुँचते हैं, दो एक।

36. एक अकेला आदमी कहाँ कहाँ बँटता फिरेगा?

निर्देशः लाल शब्द में अंकित पदों का वाक्यांश बताइए:

37. गाँधी की आँधी उड़ा ले गई अंग्रेजी हुकूमत को।

38. धुआँ उठा आँगन के ऊपर कई दिनों के बाद।

39. आधुनिक तुर्की के निर्माता मुस्तफा कमाल पाशा थे।

40. गाँव-का-गाँव लील गई 2007 की बाढ़।

41. काँप उठी ममता थर-थर उस माँ के हृदय विशाल की।

42. ये लोहा पीट रहे हैं, तुम मन को पीट रहे हो।

43. मैं झिझक उठा, हुआ बेचैन-सा।

44. तुम मुझे ही बार-बार परेशान क्यों कर रहे हो?

45. अमरीका की नीति को सभी विकासशील राष्ट्र घातक मानते हैं।

46. कोई लूटता है तो कोई लुट जाता है।

47. एक उजली चटुल मछली चोंच पीली में दबाकर दूर उड़ती है गगन में।

48. मैं बचपन को बुला रही थी।

49. यह गाँधी मरकर पड़ा नहीं है धरती पर।

50. जाकर देखो बागों में बहारों की महफिल है सजी।

अभ्यास-3

निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित पदों का परिचय लिखें :

1. शत्रु कभी विश्वास के योग्य नहीं होता।

2. वह प्रातःकाल भ्रमण के लिए जाता है।

3. हे ईश्वर, इस संकट से देश को बचाओ।

4. अभी-अभी आपका पत्र मिला, पढ़कर बहुत खुशी हुई।

5. परस्पर विश्वास करना मित्रता में सहायक होता है।

6. कश्मीर अपनी प्राकृतिक सुषमा के लिए विश्व-प्रसिद्ध है।

7. नीतीश कुमार की नीति ने बिहार की शिक्षा-व्यवस्था चौपट कर दी है।

8. वाह ! इंडिया टीम जीत गई।

9. ममतामयी माँ के लिए सारी औलादें एक समान होती हैं।

10. वह आजकल दिल्ली में रहता है।

11. ग्रीष्मऋतु में आइसक्रीम अच्छा लगता है।

12. ज्योति अच्छा बोलती है।

13. बरसात में गंदा पानी आता है। [Bihar Board 2000, 2005]

14. प्रत्येक मनुष्य परिश्रमी है। [Raj. Board 2008]

15. वह गाय तुम्हें नहीं मारेगी। [Raj. Board 2007]

16. आकाश में घनघोर घटाएँ छा गई हैं। [Raj. Board 2007]

17. बाजार में कीमती वस्तुएँ मिलती हैं।

18. अरविन्द बाग में आम खा रहा है।

19. मैंने एक लड़ाकू विमान देखा। [CBSE 2009]

20. मुझे बार-बार घर की याद आती है। [CBSE 2009]

21. वह कौन है, जो छत पर खड़ा है। [CBSE 2009]

22. एक अकेला आदमी कहाँ-कहाँ बँटता फिरेगा?

23. आपका कहना अपनी जगह सही है।

24. निरन्तर मेहनत करने से ही आदमी आगे बढ़ता है।

25. लाखों ही मुसाफिर चलते हैं, मंजिल पे पहुँचते हैं दो-एक।

26. कहिए तो आसमां को भी जमीं पर उतार लाएँ।

मुश्किल नहीं है कुछ भी अगर ठान लीजिए।।

निर्देशः सही विकल्पों को चुनकर लिखें

1. वाक्यों में प्रयुक्त शब्द क्या कहलाता है

a) शब्द (b) पद (c) पदबंध (d) पद-परिचय

उतर :

(b) पद

2. वाक्यों में प्रयुक्त पदों का व्याकरणिक परिचय देना अथवा व्याकरण के अनुसार उनका स्वरूप बताना, कहलाता है

(a) पद-परिचय (b) उपवाक्य (c) पदबंध (d) उक्त सभी

उतर :

(a) पद-परिचय

3. पद-परिचय के लिए अत्यावश्यक है

(a) प्रत्येक पद को अलग-अलग करना

(b) प्रत्येक पद का प्रभार एवं वाक्य से संबंध दर्शाना

(c) प्रत्येक पद का कार्य बताना और वाक्य-विन्यास करना

(d) उपर्युक्त सभी

उतर :

(d) उपर्युक्त सभी

4. संज्ञा पदके परिचय में

(a) संज्ञा का भेद, लिंग, वचन, पुरुष बताया जाता है

(b) संज्ञा का कारक और वाक्यांग बताया जाता है

(c) क्रिया या अन्य पदों से संबंध बताया जाता है

(d) उपर्युक्त सभी कार्य किये जाते हैं।

उतर :

(d) उपर्युक्त सभी कार्य किये जाते हैं।

5. वाक्य के मुख्यतया कितने अंग होते हैं

(a) चार (b) पाँच (c) आठ (d) दो

उतर :

(d) दो

6. संज्ञा के कुल कितने प्रकार हैं

(a) तीन (b) चार (c) पाँच (d) छह

उतर :

(c) पाँच

7. सर्वनाम पद के परिचय में बताया जाता है

(a) सर्वनाम के भेद, लिंग, वचन, पुरुष, काल, क्रिया से संबंध

(b) सर्वनाम के भेद, वचन, पुरुष, कारक, क्रिया से संबंध और वाक्यांग

(c) सर्वनाम के प्रकार, लिंग, वचन-पुरुष और कारक

(d) उपर्युक्त सभी

उतर :

(b) सर्वनाम के भेद, वचन, पुरुष, कारक, क्रिया से संबंध और वाक्यांग

8. विशेषण-पद के परिचय में अनिवार्य है

(a) भेद (b) लिंग (c) वचन, अवस्था, विशेष्य (d) उक्त सभी

उतर :

(d) उक्त सभी

9. विशेषण होता है

(a) प्रायः संज्ञा एवं सर्वनाम के अनुसार

(b) प्रायः विशेष्य के लिंग-वचन के अनुसार

(c) प्रायः स्वतंत्र

(d) प्रायः पुं०-एकवचन-अन्य पुरुष

उतर :

(b) प्रायः विशेष्य के लिंग-वचन के अनुसार

10. संज्ञा प्रायः रहती है-

(a) अन्य पुरुष में (b) मध्यम पुरुष में (c) उत्तम पुरुष में (d) उक्त तीनों पुरुषों में

उतर :

(a) अन्य पुरुष में