विज्ञान के विकास से मानव को अनेक सुविधाएं प्राप्त हुई है. विज्ञान की उन्नति के कारण ही आशातीत परिवर्तन हुए हैं. इन चमत्कारिक परिवर्तनों में संचार के साधनों में विकास भी एक चमत्कारिक युग परिवर्तन है. संचार के साधनों में मोबाइल फोन एक महत्वपूर्ण साधन है. यह एक त्वरित संप्रेषण अथवा शीघ्र ही संदेश भेजने का प्रमुख साधन है. मोबाइल फोन का अर्थ है चलता फिरता फोन. अथवा जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर सहज ही ले जाया जा सके. आरंभ में मोबाइल फोन का प्रयोग बहुत कम लोग करते थे. किंतु आज प्रत्येक छोटे-बड़े, गरीब-अमीर, शिक्षित-अशिक्षित सब मोबाइल फोन का प्रयोग करते हैं. आज मोबाइल केवल आवश्यकता ही नहीं बल्कि अनिवार्यता बन गया है. आजकल मोबाइल फोन के बिना मानव जीवन अधूरा सा लगता है. निश्चय ही मोबाइल फोन ने मानव जीवन को आसान बना दिया है. आज मोबाइल फोन की सहायता से विदेश में बैठा व्यक्ति अपने परिवार से न केवल बात करता है अपितु साक्षात उन्हें देख भी सकता है. यह मोबाइल का कितना बड़ा लाभ या सुविधा है. आज से 30 वर्ष पूर्व इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी.
मोबाइल केवल मात्र फोन ही नहीं रह गया है. अपितु इसमें इतनी अधिक अन्य सुविधाएं उपलब्ध हो गई है. इसे हम कैमरे का काम भी लेते हैं. केलकुलेटर की सुविधा भी इसमें उपलब्ध है. इसके अतिरिक्त इसमें रेडियो, गेम और टेप रिकॉर्डर आदि अनेक सुविधाएं भी प्राप्त है. आज हमें आवाज के माध्यम से नहीं अपितु लिखित संदेश भी भेज सकते हैं. आज के युग को मोबाइल का युग कहना अनुचित नहीं है. इसके द्वारा हम एक दूसरे से संपर्क में रहते हैं. आज चिट्ठी अथवा पत्रों का कार्य मोबाइल फोन के माध्यम से करते हैं. धीरे-धीरे मोबाइल प्रतिष्ठा का विषय बनता जा रहा है. जिसके पास जितना महंगा मोबाइल फोन उपलब्ध होगा उसका उतना ही स्टेटस आंका जाता है.
मोबाइल फोन का लाभ समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए है. विद्यार्थी जगत के लिए यद्यपि यह कहा जाता है कि उन्हें मोबाइल की आवश्यकता नहीं है. किंतु यह कथन अर्धसत्य है. विद्यार्थी हर विषय की जानकारी मोबाइल के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं. क्योंकि मोबाइल में इंटरनेट का प्रयोग भी होता है. व्यापारी लोग अपना हिसाब किताब मोबाइल में रख सकते हैं. इसी प्रकार घरेलू महिलाओं के लिए मोबाइल जहां मनोरंजन का साधन है वही रसोई से संबंधित अनेक प्रकार की जानकारी उन्हें मोबाइल के माध्यम से प्राप्त होती है. मोबाइल फोन से समय की बचत होती है. आज बैंकों के लेन-देन भी इससे आसानी से हो जाते हैं. लेनदेन के लिए पंक्ति में खड़ा नहीं होना पड़ता. मोबाइल लाखों लोगों के रोजगार का साधन भी है. आज हम मोबाइल के द्वारा मौसम की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं. यदि हमें किसी अनजान स्थान पर जाना है तो उसके मानचित्र व उसकी वस्तुस्थिति मोबाइल से सहज ही प्राप्त हो सकती है. कहने का भाव है कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आज मोबाइल फोन उपयोगी सिद्ध हो रहा है.
आज मोबाइल के बिना तो जीवन अधूरा है. किंतु यदि गहराई से देखा जाए तो पता चलता है कि जहां मोबाइल के इतने लाभ हैं. वहीं मानव जीवन में अनेक असुविधाएं भी पैदा करता है. अर्थात इसके अनेक हानियां भी होती हैं. आज मोबाइल कंपनियों नित नई प्रतियोगिताओं के ऑफर दे रही हैं. इनकी चकाचौंध में फंसकर व्यक्ति अपना धन और समय दोनों बर्बाद कर रहा है. मोबाइल फोन मानव के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इससे अदृश्य किरणें निकलती है. जो हमारे शरीर में अनेक प्रकार की बीमारियों के खतरे को बढ़ा देती हैं. छोटे बच्चों के स्वास्थ्य के लिए मोबाइल फोन और भी खतरनाक सिद्ध हुआ है. इससे उनके मन मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ता है. जो उनकी आंखों के लिए हानिकारक है.
विद्यार्थियों के लिए मोबाइल आवश्यक तो है. किंतु वही मोबाइल उस समय उनके लिए हानिकारक बन जाता है जब अनावश्यक चीजें व चित्र देखने व पढ़ाई व खेलकूद सब छोड़कर मोबाइल से चिपके रहते हैं. इससे न केवल युवा शक्ति प्रभावित होती है. अपितु देश की अर्थव्यवस्था का भविष्य भी प्रभावित होने लगता है. क्योंकि युवा शक्ति ही देश का भविष्य होती है. आज मोबाइल फोन अनेक सड़क दुर्घटनाओं का कारण बन गया है. आमतौर पर देखा गया है कि लोग गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बातें करने लगते हैं और उनका ध्यान भटक जाता है. जिससे वे दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. आज हर आयु वर्ग के लोगों के मन की एकाग्रता को भंग करने का कारण भी मोबाइल ही बन गया है. आप भले ही कितना जरूरी काम एकाग्र चित्त होकर कर रहे हो. किंतु फोन या एसएमएस आने से आपकी एकाग्रता टूट जाती है. अपराध की दुनिया में भी मोबाइल का गलत प्रयोग किया जाता है. आंतकवादी व पत्थरबाज लोग भी मोबाइल का प्रयोग करके बड़े-बड़े अपराधों को अंजाम देते हैं .
निष्कर्ष रूप में कहा जा सकता है कि विज्ञान के यह अविष्कार हमारी सुख सुविधाओं के लिए हैं. किंतु इनका अधिक दुरुपयोग किया जाता है. सही विकास तो वही माना जाता है. जिससे मानव का समुचित विकास हो. निश्चय ही मोबाइल फोन के सदुपयोग द्वारा मानव जीवन सुखी बनता है. किंतु इससे उत्पन्न परेशानियां या हानियों के लिए मोबाइल नहीं अपितु हम स्वयं जिम्मेदार हैं. किसी वस्तु का प्रयोग यदि एक सीमा एवं संयम में रहकर किया जाता है तो वह उपयोगी सिद्ध होता है. यदि हम इसका प्रयोग अनियंत्रित होकर या बिना सोचे समझे करेंगे तो उससे होने वाली हानियों के लिए हम ही उत्तरदाई होंगे. अतः मोबाइल का सही प्रयोग लाभदायक और दुरुपयोग हानिकारक है. दोनों के लिए उसका प्रयोग करने वाला ही जिम्मेदार है.
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