बिपिन रावत का जीवन परिचय,निधन । Bipin Rawat Biography in Hindi
बिपिन रावत की जीवनी, कहानी, निबंध, मृत्यु ,निधन ,मौत ,
(Bipin Rawat Biography, Biopic Movie in Hindi
, Wife, Death, bipin rawat news ,General Bipin Rawat ,vipin
rawat news, bipin rawat dead, cds bipin rawat news)
बिपिन रावत का जीवन परिचय,निधन । Bipin Rawat Biography in Hindi
बिपिन रावत भारतीय
सेना के फोर स्टार जनरल( four-star General ) थे, जिनकी 31 दिसंबर 2019 को भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ
बने। 8 दिसंबर 2021 को एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में उनकी
मृत्यु हो गई।, जिसमें
CDS जनरल बिपिन रावत,
उनके परिवार के सदस्य और कर्मचारी सवार
थे।
उन्हें भारतीय
वायुसेना ने उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों के साथ मृत घोषित कर दिया
है।
आतंकवादियों का सफाया
करने और देश के ऊपर ऊंची आंख दिखने वालो का सफाया करने वालो में से एक थे हमारे
भारतीय सेना के जनरल बिपिन रावत।
जब आतंकवादियों ने
मणिपुर में आर्मी के 18 जवानो
को मौत उतार दिया था , तब
जनरल बिपिन रावत ने एक झटके निर्णय लेकर दूसरे देश की सीमा के पर अपने आर्मी सेना
को लेकर घुस गए थे और एक एक आतंकवादियों को मौत के घाट उतार कर ही दम लिया था।
बिपिन रावत लेटेस्ट न्यूज़ ( Bipin Rawat
Latest News )
बुधवार सुबह 08
दिसंबर 2021 को जनरल रावत को ले जा रहा एक
हेलिकॉप्टर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें जनरल और उनकी पत्नी समेत 13
लोगों की मौत हो गई. तमिलनाडु के कोयंबटूर
के पास सुलूर में
वायु सेना के अड्डे से 08 दिसंबर
2021 की सुबह उड़ान भरने
के तुरंत बाद Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो
गया।
बिपिन रावत का जीवन परिचय
नाम ( Name) |
|
प्रसिद्धी का कारण (Famous For ) |
भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ
होने के नाते |
जन्म (Birth) |
16 दिसंबर 1978 |
उम्र (Age ) |
63 साल (मृत्यु तक ) |
जन्म स्थान (Birth Place) |
पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड , भारत |
मृत्यु की तारीख (Date
of Death) |
8 दिसंबर 2021 |
मृत्यु की जगह (Place of Death) |
कुन्नूर, तमिलनाडु |
मृत्यु की वजह (Reason of Death ) |
हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त |
गृहनगर (Hometown) |
लैंसडाउन, पौड़ी
गढ़वाल, उत्तराखंड, भारत |
शिक्षा Education Qualification |
एमफिल की डिग्री , |
स्कूल (School ) |
कैम्ब्रियन हॉल स्कूल, देहरादून |
कॉलेज (College) |
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला |
राष्ट्रीयता (Nationality) |
भारतीय |
धर्म (Religion) |
हिन्दू |
राशि (Zodiac Sig) |
कन्या |
जाति (Caste ) |
हिंदू गढ़वाली राजपूत |
कद (Height) |
5 फीट 8 इंच |
आंखों का रंग (Eye Colour) |
गहरा भूरा रंग |
बालों का रंग (Hair Colour) |
काला |
पेशा (Profession) |
आर्मी ऑफिसर |
पद (Rank) |
फोर स्टार जनरल |
सर्विस / ब्रांच ( Army Service/Branch) |
भारतीय आर्मी |
सेवा के वर्ष (Service-Years) |
16 दिसंबर 1978 – 8 दिसंबर 2021 ( मृत्यु तक) |
यूनिट (Unit) |
5/11 गोरखा राइफल्स |
संचालन (Commands ) |
दक्षिणी कमान, 11 कोर, |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) |
विवाहित |
वेतन (Salary ) |
रु. 500,000/माह + अन्य भत्ते |
बिपिन रावत कौन थे (Who Was Bipin Rawat )
पहले सीडीएस,
रावत अपने समय के सबसे प्रसिद्ध सैनिकों
में से एक थे।
आर्मी परिवार में
जन्मे अपने समय के सबसे प्रसिद्ध सैनिकों में से एक, जनरल बिपिन रावत ने 1 जनवरी, 2020 को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप
में पदभार ग्रहण किया और इस पद पर कब्जा करने वाले पहले आर्मी अफसर बने।
सीडीएस के रूप में,
उन्होंने नौसेना, वायु सेना और सेना के प्रमुख अन्य फोर
स्टार जनरल( four-star General ) का पद दिया गया था .
बिपिन रावत रक्षा
मंत्रालय में सैन्य मामलों के विभाग का नेतृत्व किया करते थे , जो उस समय तक रक्षा विभाग के साथ
जिम्मेदारियों को निभाते थे।
बिपिन रावत का जन्म
एवं शुरुआती जीवन (Bipin Rawat Birth & Early Life )
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ
जनरल बिपिन रावत का जन्म 16 दिसंबर
1978 को उत्तराखंड के
पौड़ी में हुआ था। बिपिन रावत उत्तराखंड के एक राजपूत परिवार में हुआ था जो
पीढ़ियों से भारतीय सेना में सेवा दे रहा है। बिपिन रावत अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी
से ताल्लुक रखते थे जिन्होंने भारतीय सेना की सेवा की थी।
उनके पिता, लक्ष्मण सिंह रावत ने भारतीय सेना की
सेवा की और लेफ्टिनेंट-जनरल के पद तक पहुंचे थे । उनकी मां उत्तराखंड के उत्तरकाशी के एक
पूर्व विधायक की बेटी थीं।
बिपिन रावत के चाचा,
भरत सिंह रावत भारतीय सेना के एक
सेवानिवृत्त हवलदार (गैर-कमीशन अधिकारी) हैं। उनके अन्य चाचा हरिनंदन ने भी भारतीय
सेना में सेवा की।
बिपिन रावत की पत्नी ( Bipin Rawat Wife )
जनरल रावत की पत्नी
का नाम मधुलिका था, वह
आर्मी वाइफ्लस वेल्फेयर असोसिएशन (AWAA) की अध्यक्ष भी थीं. उनकी पत्नी मधुलिका मध्य प्रदेश के शहडोल
की रहने वाली थीं और स्वर्गवासी राजनेता मृगेंद्र सिंह की पुत्री थीं।
मधुलिका रावत ने अपनी
पढाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में की। AWAA के अलावा वह कई तरह से सोशल वर्क के
अलावा कैंसर पीड़ितों के लिए काम किया करती थीं।
बिपिन रावत की शान उनकी बेटिया ( Bipin
Rawat Daughter )
बिपिन रावत का परिवार ( Bipin Rawat Family
)
पिता का नाम (Father’s Name) |
लक्ष्मण सिंह रावत |
माता का नाम (Mother’s Name) |
ज्ञात नहीं |
पत्नी का नाम (Wife ’s Name) |
मधुलिका रावत |
बच्चो का नाम (Children ’s Name) |
2 बेटिया – कृतिका रावत |
जनरल बिपिन रावत और
उनकी पत्नी मधुलिका रावत की दो बेटियों के माता पिता थे। उनकी
बड़ी जिसका नाम कृतिका रावत है मुख्य रूप से बिपिन रावत की बेटियों के बारे में
बहुत कम जानकारी मिल पाई है. लेकिन बिपिन रावत की दोनों बेटियां अपनी पिता की शान
थीं।
बिपिन रावत की शिक्षा (Bipin
Rawat Education )
बिपिन रावत ने अपनी
शुरुआती शिक्षा देहरादून के कैम्ब्रियन हॉल स्कूल और सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला में प्राप्त की और राष्ट्रीय
रक्षा अकादमी, खडकवासला
और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून
में शामिल हो गए, जहाँ
उन्हें ‘स्वॉर्ड ऑफ़ ऑनर’
से सम्मानित किया गया। ‘।
वह डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी),
वेलिंगटन और यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी
कमांड में हायर कमांड कोर्स और फोर्ट लीवेनवर्थ, कंसास में जनरल स्टाफ कॉलेज से भी
स्नातक थे।
उन्होंने एम.फिल. भी
किया। रक्षा अध्ययन में
डिग्री के साथ-साथ मद्रास विश्वविद्यालय से प्रबंधन और कंप्यूटर अध्ययन में
डिप्लोमा। सैन्य
मीडिया सामरिक अध्ययन पर उनके शोध के लिए, उन्हें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी से
सम्मानित किया गया।
आतंकवादियों का सफाया
करने के लिए तुरंत लेते थे निर्णय बिपिन रावत –
क्या आप जानते है उरी
हमले के बाद सीमा पार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक पैरा कमांडोज का आईडिया किसने दिया था
वे थे जनरल रावत का था. बहुत कम लोगो को इस बारे होगा लेकिन इसके पीछे जनरल बिपिन
रावत के दिमाक से ही आईडिया निकला था।
अपने 63 साल के अपने जीवनकाल में जनरल बिपिन
रावत ने अनेको ऐसे कई काम किए, जो
हमेशा लोगो के दिलो में हमेशा याद रखे जाएंगे.
दंगो और आतंकवादियों
से भरे हुए स्थानों में काम करने के अनुभव को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार ने
दिसंबर 2016 में
जनरल रावत को दो वरिष्ठ अफसरों की सलाह पर आर्मी चीफ बनाया था.
जब मणिपुर में जून 2015
में आतंकीवादी हमले हुए थे जिसमे भारत
के 18 आर्मी जवान शहीद हो
गए थे. इसके बाद 21 पैरा
के कमांडो ने सीमा पार जाकर म्यांमार में आतंकियों का नमो निशान मिटा दिया गया था।
एक एक आंतकवादी को
चुन चुन कर मारा गया था . तब उस समय आर्मी के कमांडर बिपिन रावत ही थे जिन्होंने
ऐसा करने के लिए आर्मी को आदेश दिया था।
बिपिन रावत का मिलिट्री
करियर (Bipin Rawat Army Career )
रावत को 16 दिसंबर 1978 को 11 गोरखा राइफल्स की 5वीं बटालियन में भर्ती कराया गया था,
उसी यूनिट में उनके पिता थे। एक मेजर के रूप में, उन्होंने उरी, जम्मू और कश्मीर में एक कंपनी की कमान
संभाली।
कर्नल के रूप में,
उन्होंने किबिथू में वास्तविक नियंत्रण
रेखा के साथ पूर्वी सेक्टर में 5वीं
बटालियन 11 गोरखा राइफल्स की
कमान संभाली। एक
ब्रिगेडियर के रूप में, उन्होंने
सोपोर में राष्ट्रीय राइफल्स के 5 सेक्टर
की कमान संभाली।
इसके बाद उन्होंने
कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (MONUSCO) में एक अध्याय VII मिशन में एक बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की कमान संभाली, जहाँ उन्हें दो बार फोर्स कमांडर की
प्रशस्ति से सम्मानित किया गया।
मेजर जनरल के पद पर
पदोन्नति के बाद, रावत
ने 19वीं इन्फैंट्री
डिवीजन (उरी) के जनरल ऑफिसर कमांडिंग के रूप में पदभार संभाला। एक लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में, उन्होंने पुणे में दक्षिणी सेना को
संभालने से पहले दीमापुर में मुख्यालय वाली III कोर की कमान संभाली।
उन्होंने भारतीय
सैन्य अकादमी (देहरादून) में एक अनुदेशात्मक कार्यकाल, सैन्य संचालन निदेशालय में जनरल स्टाफ
ऑफिसर ग्रेड 2, मध्य
भारत में एक पुनर्गठित आर्मी प्लेन्स इन्फैंट्री डिवीजन (RAPID) के लॉजिस्टिक्स स्टाफ ऑफिसर, कर्नल सहित स्टाफ असाइनमेंट भी संभाला।
सैन्य सचिव की शाखा
में सैन्य सचिव और उप सैन्य सचिव और जूनियर कमांड विंग में वरिष्ठ प्रशिक्षक रहने
के साथ साथ = उन्होंने पूर्वी कमान के मेजर जनरल जनरल स्टाफ (MGGS) के रूप में भी काम किया।
सेना कमांडर ग्रेड
में प्रोमोसन मिलने के बाद, रावत
ने 1 जनवरी 2016 को जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ
(जीओसी-इन-सी) दक्षिणी कमान का पद ग्रहण किया। एक छोटे कार्यकाल के बाद, 1 सितंबर 2016 को उन्होंने थल सेना के उप प्रमुख का पद
ग्रहण किया।
जनरल बिपिन रावत
आर्मी चीफ से 31 दिसंबर
2019 को रिटायर होने के
बाद भारत के सबसे पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्य किये गए थे।
सेना में कामयाबी की
सीढ़ियां चढ़ना –
- 16 दिसंबर 1978 को जनरल बिपिन रावत मात्र एक
सेकंड लेफ्टिनेंट सेना में भर्ती हुए थे।
- साल 1980 में उनको सेना का लेफ्टिनेंट के
पद पर प्रोमोसन दिया गया।
- साल 1984 में उन्हें आर्मी ने उन्हें एक
कप्तान के पद पर नियुक्त किया।
- चार साल बाद 1989 उन्हें एक
बार फिर से प्रोमोसन देकर आर्मी का मेजर बना दिया।
- करीब 9 साल बाद साल 1998 में वह लेफ्टिनेंट कर्नल थे।
- साल 2003 में वह कर्नल की पोस्ट पर तैनात
किये गए।
- 4 साल बाद साल 2007 में उनके
काम करने की कौसलता को देखते हुए उन्होंने ब्रिगेडियर बनाया गया।
- एक बार फिर से 4 साल बाद
साल 2011 में वह मेजर जनरल बने।
- तीन साल बाद साल 2014 में लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर प्रमोट हुए।
- 1 जनवरी 2017 को भारत सरकार ने उन्हें आर्मी
चीफ के पद पर नियुक्त किया।
- दो साल बाद साल 2019 में भारत
सरकार ने उन्हें CDS के पद पर नियुक्त किया।
बिपिन रावत की करियर
रैंक की झलक (Bipin Rawat Career Ranks Summery)
पद |
पद का नाम |
अपॉइंटमेंट की तिथि |
|
सेकंड लेफ्टिनेंट |
16 दिसंबर 1978 |
|
लेफ्टिनेंट |
16 दिसंबर 1980 |
|
कप्तान |
31 जुलाई 1984 |
|
प्रमुख |
16 दिसंबर 1989 |
|
लेफ्टिनेंट कर्नल |
1 जून 1998 |
|
कर्नल |
1 अगस्त 2003 |
|
ब्रिगेडियर |
1 अक्टूबर 2007 |
|
मेजर जनरल |
20 अक्टूबर 2011 |
|
लेफ्टिनेंट जनरल |
1 जून 2014 |
|
सामान्य (सीओएएस) |
1 जनवरी 2017 |
|
सामान्य (सीडीएस) |
30 दिसंबर 2019 |
बिपिन रावत के पुरस्कार एवं उपलब्धिया (Bipin
Rawat Awards & Achievement)
जनरल दलबीर सिंह सुहाग सेना मुख्यालय में रावत को बैटन सौंपते
हुए
साल 2019 में संयुक्त राज्य अमेरिका की अपनी
यात्रा पर, जनरल रावत को
यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी कमांड और जनरल स्टाफ कॉलेज इंटरनेशनल हॉल ऑफ फ़ेम में
शामिल किया गया था। वह
नेपाली सेना के मानद जनरल भी हैं।
आईये जानते है उनकी
उपलब्धियो के बारे में
- परम विशिष्ट सेवा मेडल
- उत्तम युद्ध सेवा मेडल
- अति विशिष्ट सेवा मेडल
- युद्ध सेवा मेडल
- सेना मेडल
- विशिष्ट सेवा मेडल
- सीओएएस कमेंडेशन
- आर्मी कमांडर कमेंडेशन
सीडीएस बिपिन रावत का
निधन
08 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर में सीडीएस जनरल
बिपिन रावत को लेकर जा रहा सेना का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कथित तौर पर, हेलीकॉप्टर में CDS बिपिन रावत, उनकी पत्नी, सुरक्षा कमांडो और एक IAF पायलट सहित 14 लोग सवार थे।
इस दुर्घटनग्रस्त में
तेरह लोगों की जान चली गई। मरने
वालों में भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत भी शामिल थे। भारतीय वायु सेना
द्वारा भारतीय सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को मृत घोषित कर दिया गया।
FAQ
बिपिन रावत का निधन
कब हुआ ?
08 दिसंबर 2021 को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में बिपिन
रावत का निधन हो गया।
बिपिन रावत कौन थे
?
बिपिन रावत भारत के
पहले सीडीएस थे।
बिपिन रावत की जाति क्या है ?
बिपिन रावत एक हिंदू गढ़वाली राजपूत परिवार से ताल्लुक रखते थे
बिपिन रावत की कास्ट
क्या है ?
बिपिन रावत की कास्ट
हिंदू गढ़वाली राजपूत है।
बिपिन रावत को कितनी
सैलरी मिलती है ?
बिपिन रावत को रु. 500,000/माह + अन्य भत्ते सैलरी के तौर पर मिलते
थे।
जनरल बिपिन रावत का
जन्म कब हुआ ?
जनरल बिपिन रावत का
जन्म 16 दिसंबर 1978 को उत्तराखंड के पौड़ी में हुआ था
भारत के सीडीएस कौन
है ?
भारत के सीडीएस बिपिन
रावत थे जिनका 08 दिसंबर
2021 को निधन हो गया था।
मेरी बात –
दोस्तों मैं आशा करता
हूँ आपको ”बिपिन
रावत का जीवन परिचय । Bipin Rawat Biography in Hindi” वाला Blog पसंद आया होगा। अगर आपको मेरा ये Blog
पसंद आया हो तो अपने दोस्तों और अपने
सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करे लोगो को भी इसकी जानकारी दे।
अगर आपकी कोई प्रतिकिर्याएँ हे तो हमे जरूर बताये Contact Us में जाकर आप मुझे ईमेल कर सकते है या मुझे सोशल मीडिया पर फॉलो कर सकते है। जल्दी ही आप एक नए ब्लॉग के साथ मुलाकात होगी, तब तक के लिए मेरे ब्लॉग पर बने रहने के लिए धन्यवाद।
0 टिप्पणियाँ